हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण – 1000 उदाहरण
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हिंदी से संस्कृत में अनुवाद – संस्कृत व्याकरण hindi to sanskrit anuvad

हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण
अनुवाद:-
हिन्दी वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद ||
1.कमल अच्छा लड़का है।
कमल: सद् बालकः अस्ति |
2. सभी लोग सुखी रहें।
सर्वे सुखिनः भवन्तु।
3. विवेक पुस्तक पढ़ता है।
विवेकः पुस्तकं पठति।
4-वह कान से बहरा है।
सः कर्णेन बधिरः |
5-बच्चे मैदान में खेलते हैं।
बालकाः क्षेत्रे क्रीडन्ति।
6-गंगा के तट पर अनेक तीर्थ हैं।
गंगायाः तटे अनेकानि तीर्थानि सन्ति |
7-छात्र पुस्तक पढ़ेंगे।
छात्राः पुस्तकं पठिष्यन्ति।
8-सदाचार से यश प्राप्त होता है।
सदाचारेण यशः प्राप्नोति।
9-तुम कहाँ जा रहे हो?
त्वं कुत्र गच्छसि?
10-सीता वाराणसी जायेगी।
सीता वाराणसी नगरीं गमिष्यति
11-गुरुओं का सम्मान करो।
गुरुणां सम्मानं कुरु |
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण
12-सरोवर में कमल खिलते हैं।
सरोवरे कमलानि विकसन्ति |
13-मैं राधाकृष्ण को प्रणाम करता हूँ।
अहं राधाकृष्णाभ्यां नमामि |
14-मैं आज घर जाऊँगा।
अहं अद्य गृहं गमिष्यामि |
15-तुम दोनों क्या करते हो?
युवां किं करुथः ?
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दिव्या विद्यालय गयी।
दिव्या विद्यालयं अगच्छत् |
तुम्हें प्रातःकाल नहाना चाहिए।
। त्वं प्रातः काले स्नानं कुर्याः
उठो, जागो और पढ़ो।
उतिष्ठ, जाग्रत पठ च।
छात्र विद्यालय जाते हैं।
छात्राः विद्यालयं गच्छन्ति
अभ्यास से विद्या बढ़ती है।
अभ्यासेन विद्या वर्धते
मैं आज वाराणसी नगरी जाऊँगा।
अहम् अद्य वाराणसी नगरी गमिष्यामि
रामकृष्ण एक विलक्षण महापरुष थे।
रामकृष्ण एकः विलक्षणः महापुरुषः आसीत्
सदाचार की सर्वथा रक्षा करनी चाहिए।
सदाचारः सर्वथा रक्षणीयः
तुम दोनों चलचित्र देखो और घर जाओ।
युवां चलचित्रं पश्यतं गृहं च गच्छतम्
मेरा मित्र आज घर गया।
मम मित्रः अद्य गृहम् अगच्छत् |
तुम्हारा विद्यालय कहाँ है?
तव विद्यालयः कुत्र अस्ति?
राम प्रतिदिन विद्यालय जाता है।
रामः प्रतिदिनं विद्यालयं गच्छति।
आज मेरे विद्यालय में उत्सव होगा।
अद्य मम विद्यालये उत्सवः भविष्यति |
बच्चे विद्यालय जाते हैं।
बालकाः विद्यालयं गच्छन्ति |
हिंदी संस्कृत अनुवाद
बड़ों का आदर करो।
गुरुजनानां आदरं कुरु
गोपी भोजन बना रही है।
गोपी भोजनं पचति |
मैंने तुम्हारे मित्र को नहीं देखा।
अहं तव मित्रं न अपश्यम्
सूर्य पश्चिम दिशा में डूबता है।
सूर्यः पश्चिमदिशायाम् अस्तं भवति
प्रयाग गंगा तट पर स्थित है।
प्रयागः गंगातटे स्थितः अस्ति
उन्होंने गृहकार्य किये।
ते गृहकार्य अकुर्वन।
हम दोनों बाजार जायेंगे।
आवाम् आपणं गमिष्यावः
हमें सदा सत्य बोलना चाहिए।
वयम् सदा सत्यं वदेत ।
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण
क्या तुम आज विद्यालय नहीं जाओगे?
किम् त्वम् अद्य विद्यालयं न गमिष्यसि?
आज भी अनेक ग्रामीण अशिक्षित हैं?
अद्यापि अनेके ग्रामीणाः अशिक्षिताः सन्ति।
ताजमहल यमुना किनारे पर स्थित है।
ताजमहलः यमुना तटे स्थितः अस्ति।
सीता घर जा रही है।
सीता गृहं गच्छति।
छात्राएँ पत्र लिखेंगी।
छात्राः पत्रं लेखिष्यन्ति।
हमें नित्य भ्रमण करना चाहिए।
वयम् नित्यं भ्रमेम
वे सभी विद्यालय गये।
ते विद्यालयं अगच्छन्।
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मैं प्रतिदिन विद्यालय को जाता हूँ।
अहम् प्रतिदिनं विद्यालयं गच्छामि
वे दोनों मिठाई खाते हैं।
तौ मिष्ठान्नम् खादतः।
हिंदी संस्कृत अनुवाद
राम ने मुझे पत्र लिखा।
रामः माम पत्रं अलिखत्।
संस्कृत संस्कार की भाषा है।
संस्कृतः संस्कारस्य भाषा अस्ति
विद्या विनय से बढ़ती है।
विद्या विनयात् वर्धते
तुम पुस्तक ले आओ।
त्वम् पुस्तकं नय।
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण
हम सब भारतीय नागरिक हैं।
वयं भारतीय नागरिकाः सन्ति।
वाराणसी गंगा के किनारे स्थित है।
वाराणसी गंगा तटे स्थितः अस्ति।
सूर्य पूरब में उदित होता है।
सूर्यः पूर्वदिशायाम् उदयति।
वह कल विद्यालय गया था।
सः ह्यः विद्यालयं अगच्छत्।
तुम दोनों घर जाओ।
युवाम् गृहं गच्छतम्।
छात्रों को परिश्रम से पढ़ना चाहिए।
छात्राः परिश्रमेण पठेयुः।
लड़कियाँ भोजन पकायेंगी।
बालाः भोजनं पक्ष्यन्ति।
मोहन का गाँव कहाँ है?
मोहनस्य ग्रामः कुत्रास्ति
वे दोनों शीघ्र वाराणसी जायेंगे।
तौ शीघ्रं वाराणसी गमिष्यतः
मैं प्रतिदिन विद्यालय जाता हूँ।
अहं प्रतिदिनं विद्यालयं गच्छामि।
तुम अपने घर जाओ।
त्वं स्व गृहं गच्छ।
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण effective education 1000 example
गाय का दूध गुणकारी होता है।
धेनोः दुग्धं गुणकारी भवति।
क्या सब लड़कियाँ चली गयीं?
किं सर्वाः बालिकाः अगच्छन्?
बच्चों को बड़ों का सम्मान करना चाहिए।
बालकाः श्रेष्ठ जनानां सम्मानं कुर्युः |
जंगल में मोर नाच रहे हैं।
वने मयूराः नृत्यन्ति।
वह विद्यालय गया।
सः विद्यालयम् अगच्छत्।
क्या सभी लोग चले गये?
किं सर्वे जनाः अगच्छत्
हमें माता-पिता की सेवा करनी चाहिए।
वयं पित्रोः सेवां कुर्याम।
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण
लड़कियाँ सरोवर में स्नान कर रही हैं।
बालिकाः सरोवरे स्नानं कुर्वन्ति
मानव सेवा ही श्रेष्ठ धर्म है।
मानव सेवामेव श्रेष्ठः धर्मः अस्ति
स्वर्णिमा कल वाराणसी नगर जायेगी।
स्वर्णिमा श्वः वाराणसी नगरं गमिष्यति।
वे दोनों कहाँ गये?
तौ कुत्र अगच्छतम्।
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गंगा भारत की पवित्र नदी है।
गङ्गा भारतवर्षस्य पावना नदी अस्ति
शिक्षा से कल्याण होता है।
शिक्षया कल्याणं भवति।
राम ने पत्र लिखा।
राम`: पत्रम् अलिखत् |
तुम दोनों घर जाओ।
युवां गृहं गच्छतम् ।
सदा माता-पिता की सेवा करो।
सर्वदा पित्रोः सेवां कुरु।
हमें बड़ों का सदैव आदर करना चाहिए।
वयं गुरुणां सर्वदा आदरं कुर्याम।
वह पढ़ी।
सा अपठत्।
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण
जवाहरलाल का जन्म प्रयाग में हुआ था।
जवाहरलालस्य जन्म प्रयागे अभवत्।
तुम कब पढ़ोगे?
त्वम् कदा पठिष्यसि?
वह घर गया।
सः गृहम् अगच्छत्।
अन्य महत्त्वपूर्ण वाक्यों का हिन्दी से संस्कृत में अनुवाद ||
राम शहर में रहता है।
रामः नगरेः निवसति।
राम विद्यालय जाता है।
रामः विद्यालयं गच्छति।
मेरे मित्र ने पुस्तक पढ़ी।
मम मित्रं पुस्तकम् अपठत्।
तुम दोनों घर जाओगे।
युवां गृहं गमिष्यथः।
मैं गाय का दूध पीता हूँ।
अहम् गोदुग्धं पिबामि।
वे खेत में खेल रहे हैं।
ते क्षेत्रे क्रीडन्ति।
हम लोग विद्यालय जाते हैं।
वयं विद्यालयं गच्छामः।
हरि ने कार्य किया।
हरिः कार्यम् अकरोत्।
उन्हें पुस्तक पढ़ना चाहिए।
ते पुस्तकं पठेयुः।
तुम लोग जाओ।
यूयं गच्छत।
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण
छात्र हँसते हैं।
छात्राः हसन्ति।
गुरु को देखो।
गुरुं पश्यतु।
तुम नदी को देखो।
त्वम् नदी पश्य।
मैं आज वाराणसी जाऊँगा।
अहम् अद्य वाराणसी गमिष्यामि।
दोनों बालकों ने क्या किया?
बालकौ किं अकुरुताम्?
हमें घर जाना चाहिए।
वयम् गृहम् गच्छेम।
उन सबको पढ़ना चाहिए।
ते सर्वे पठेयुः।
तुम दोनों गये।
युवाम् अगच्छतम्।
खेलने के बाद बालक मिठाई खाते हैं।
क्रीडित्वा बालकाः मिष्ठान्नं खादन्ति।
वह क्या करता है?
सः किं करोति?
हमें पढ़ना चाहिए।
वयं पठेम।
वे दोनों प्रयाग गये।
तौ प्रयागं अगच्छताम्।
तुम सब वहाँ क्या करोगे?
यूयं तत्र किम् करिष्यथ?
रामकृष्ण एक महापुरुष थे।
रामकृष्णः एकः महापुरुषः आसीत् |
सीता ने भोजन पकाया।
सीता भोजनम् अपचयत्।
इसे भी पढ़ें – यूपी बोर्ड हिन्दी कक्षा 10 काव्य खण्ड सूरदास पद संदर्भ सहित हिन्दी मे व्याख्या
मैं विद्यालय जाऊँगा।
अहं विद्यालयं गमिष्यामि।
बुरे वचनों से कलह होती है।
दुर्वचनेः कलहः भवति।
तुम अपना कार्य शीघ्र करो।
त्वम् स्वकार्य शीघ्रं कुरु।
मेरा भाई प्रातः जायेगा।
मम भ्राता प्रातः गमिष्यति।
राम समुद्र के समान गंभीर थे।
रामः समुद्रेण समः गम्भीरः आसीत्।
छात्रों को परिश्रम से पढ़ना चाहिए।
छात्राः परिश्रमेण पठेयुः।
परिश्रम से सफलता अवश्य मिलती है।
परिश्रमेण सफलता अवश्यं लभते।
तुमने लिखा।
त्वम् अलिखत्। हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण
उन्होंने कल चलचित्र देखा।
ते ह्यः चलचित्रं अपश्यन्।
वे आज पुस्तकालय में पढ़ेंगे।
ते अद्य पुस्तकालये पठिष्यन्ति।
स्वराष्ट्र प्रेम प्रत्येक भारतीय का कर्त्तव्य है।
स्वराष्ट्र प्रेमः प्रत्येक भारतीयस्य कर्त्तव्यः अस्ति।
तुम दोनों अपना कार्य शीघ्र करो।
युवाम् स्वकार्यं शीघ्रं कुरुतम्
विनय मनुष्य का भूषण है।
विनय मनुष्याणाम् आभूषणम अस्ति।
प्रयाग एक तीर्थस्थान है।
प्रयागः एकं तीर्थ-स्थानम् अस्ति।
मीरा विद्यालय जाती है।
मीरा विद्यालयम् गच्छति।
तुम कहाँ जाओगे?
त्वम् कुत्र गमिष्यसि।
शिष्यों ने गुरु से प्रश्न पूछा है।
शिष्याः गुरुन् प्रश्नं पृच्छेयुः।
वे कहाँ पढ़ते हैं?
ते कुत्र पठन्ति।
हमें घर जाना चाहिए।
वयं गृहं गच्छेम।
वाराणसी बड़ी नगरी है।
वाराणसी एका विशालः नगरी अस्ति।
विद्या विनय प्रदान करती है।
विद्या विनयं ददाति।
भ्रमर गुंजार करते हैं।
भ्रमराः गुंजारं कुर्वन्ति
वे दोनों विद्यालय जायेंगे।
तौ विद्यालयं गमिष्यतः।
तुम्हें प्रतिदिन भ्रमण करना चाहिए।
त्वम् प्रतिदिनं भ्रमणं कुर्याः
सुन्दर प्रभात होगा।
सुन्दरं प्रभातं भविष्यति।
राम प्रतिदिन विद्यालय जाता है।
रामः प्रतिदिनं विद्यालयं गच्छति।
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण effective education 1000 example
आज मेरे विद्यालय में उत्सव होगा।
अद्य मम विद्यालये उत्सवः भविष्यति।
बड़ों का आदर करो।
गुरुजनान् प्रति आदरं कुरु।
रमा क्यों हँस रही है?
रमा किं विहसति।
गोपी भोजन बना रही है।
गोपी भोजनं पचति।
मैंने तुम्हारे मित्र को नहीं देखा।
अहं तव मित्रं न अपश्यम्।
वह प्रतिदिन दूध पकाता है।
सः प्रतिदिनं दुग्धं पचति।
विद्या परिश्रम से आती है।
विद्या परिश्रमेण लभते।
हिंदी संस्कृत अनुवाद संस्कृत व्याकरण effective education 1000 example
फूल वसन्त में खिलते हैं।
वसन्ते कुसुमानि विकसन्ति।
वह गया।
सः अगच्छत्।
मैं कल घर जाऊँगा।
अहं श्वः गृहं गमिष्यामि।
हम दोनों रात में पढ़ते हैं।
आवां रात्रौ पठावः।
घर जाओ और पढ़ो।
गृहं गच्छ पठ च।
ये फल हैं।
एतानि फलानि सन्ति।
रोजाना पढ़ना चाहिए।
नित्यम् पठितव्यम्।
हम आज गेंद से खेलेंगे।
वयम् अद्य कन्दुकेन क्रीडस्यामः।
तुम्हारा नाम क्या है?
तव किम् नाम अस्ति।
वे दोनों पाठशाला गये।।
तौ पाठशालां अगच्छताम्।
मैं आज घर जाऊँगा।
अहम् अद्य गृहं गमिष्यामि।
हम लोग विद्यालय में पढ़ेंगे।
वयं विद्यालये पठिष्यामः।
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