Up board Class 10 Hindi paper (801DC) 2023 यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 कक्षा 10 हिन्दी का पेपर हल सहित

Up board Class 12 Hindi paper (302 ZM) 2023 यूपी बोर्ड परीक्षा 2023 विषय हिन्दी का पेपर हल सहित
Up board Class 10 Hindi paper (801DC)

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901 801 DC

2023 हिन्दी कक्षा 10

समय : तीन घण्टे 15 मिनट |

नोट : प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं ।

निर्देश :

i) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं ।

ii) इस प्रश्नपत्र के दो खण्ड, खण्ड अ तथा खण्ड ब हैं ।

iii ) खण्ड – अ में 1 अंक के 20 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिनके उत्तर ओ० एम० आर० उत्तर पत्रक पर चिह्नित करने हैं ।

iv) खण्ड – अ के प्रत्येक प्रश्न का निर्देश पढ़कर केवल प्रदत्त ओ० एम० आर० उत्तर पत्रक पर ही उत्तर चिह्नित करें । ओ० एम० आर० उत्तर पत्रक पर उत्तर देने के पश्चात उसे नहीं काटें तथा इरेजर अथवा ह्वाइटनर का प्रयोग न करें ।

(v) प्रश्न के अंक उसके सम्मुख अंकित हैं ।

vi) खण्ड – ब में 50 अंक के वर्णनात्मक प्रश्न हैं ।

vii) खण्ड – ब में सभी प्रश्नों के उत्तर एक साथ ही दें

viii) प्रथम प्रश्न से आरम्भ कीजिए तथा अन्तिम प्रश्न तक करते जाइए। जो प्रश्न न आता हो उस पर समय नष्ट न कीजिए ।

खण्ड ‘अ’ बहुविकल्पीय (वस्तुनिष्ठ ) प्रश्न

1 . ‘शुक्ल युग’ का नामकरण किस विद्वान के नाम पर किया गया है ?

(A) वंशीधर शुक्ल
(B) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
(C) बैंकुठनाथ शुक्ल
(D) रामचरण शुक्ल

2 . ‘सेवासदन’ उपन्यास के लेखक हैं।
(A) जैनेन्द्र
(B) यशपाल
(C) प्रेमचन्द
(D) जयशंकर प्रसाद

3 . ‘शुक्ल युग’ के नाटककार निम्नलिखित में से कौन नहीं हैं ?

(A) जयशंकर प्रसाद
(B) डॉ० रामकुमार वर्मा
(C) हरिकृष्ण प्रेमी
(D) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र

4 . प्रसिद्ध आत्मकथा ‘क्या भूलूँ क्या याद करूँ’ के लेखक हैं।

(A) हरिवंशराय ‘बच्चन’
(B) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद
(C) पाण्डेय बेचन शर्मा ‘उग्र’
(D) रामविलास शर्मा

5 . निम्नलिखित में से कौन प्रसिद्ध यात्रा साहित्यकार हैं ?

(A) जयशंकर प्रसाद
(B) प्रेमचन्द
(C) राहुल सांकृत्यायन
(D) हजारीप्रसाद द्विवेदी

6 . रीतिकाल के ‘वीर रस’ के प्रसिद्ध कवि हैं

(A) देव
(B) घनानंद
(C) भूषण
(D) बिहारी

7 . ‘रामचन्द्रिका’ के रचनाकार हैं
(B) केशवदास
(A) बिहारी
(D) मतिराम
(C) भूषण

8 . ‘प्रिय प्रवास’ किसकी रचना है ?

(A) जयशंकर प्रसाद
(B) श्रीधर पाठक
(C) सियाराम शरण गुप्त
(D) अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’

9 . ‘राम की शक्ति पूजा’ के रचनाकार हैं

(A) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
(B) महादेवी वर्मा
(C) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(D) सुमित्रानंदन पंत

10 . निम्नलिखित में से कौन प्रगतिवादी युग का कवि नहीं हैं ?

(A) नागार्जुन
(B) त्रिलोचन
(C) केदारनाथ अग्रवाल
(D) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र

11 . ‘हास्य रस’ का स्थायी भाव है

(A) शोक
(B) हास
(C) रति
(D) उत्साह

12 . ‘मनहुँ, ‘मानो’, ‘जनु’, ‘जानो’ आदि वाचक शब्द किस अलंकार में प्रायः प्रयुक्त होते हैं ?

(A) उत्प्रेक्षा
B) रूपक
(C) उपमा
(D) यमक

13 . “लिखकर लोहित लेख, डूब गया दिनमणि अहा । व्योम सिन्धु सखि देख, तारक बुदबुद दे रहा ।। ” उपर्युक्त पंक्तियों में प्रयुक्त छंद है

(A) रोला
(C) बरवै
(B) दोहा
(D) सोरठा

14 . ‘उप’ उपसर्ग से बना शब्द नहीं है।

(A) उपदेश
(B) ऊपर
(C) उपनाम
(D) उपवन

15 . ‘दैनिक’ शब्द में किस प्रत्यय का प्रयोग हुआ है ?

(A) इक
(B) दिन
(C) निक
(D) इनमें से सभी

16 . ‘त्रिवेणी’ में कौन-सा समास है ?

(A) द्वन्द्व
(B) कर्मधारय
(C) द्विगु
(D) अव्ययीभाव

17 . निम्नलिखित में से ‘गंगा’ का पर्यायवाची नहीं है

(A) भागीरथी
(B) कालिन्दी
(C) सुरसरिता
(D) देवनदी

18 . ‘इत्यादि का सही सन्धि-विच्छेद है

(A) इति + आदि
(B) इत् + यादि
(C) इत्य + आदि
(D) इनमें से सभी

19 . ‘फल’ शब्द का तृतीया विभक्ति, बहुवचन रूप है

(A) फलम्
(B) फले
(C) फलैः
D) फलेन

20 . ‘हसतु’ धातु रूप का वचन एवं पुरुष है

(A) द्विवचन, मध्यम पुरुष
(B) बहुवचन, उत्तम पुरुष
(C) द्विवचन, प्रथम पुरुष
(D) एकवचन, प्रथम पुरुष

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खण्ड ‘ब’ वर्णनात्मक प्रश्न

1 . निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:…. 2+2+2=6

‘विश्वासपात्र मित्र से बड़ी रक्षा रहती हैं। जिसे ऐसा मित्र मिल जाए उसे समझना चाहिए कि खजाना मिल गया ।’ विश्वासपात्र मित्र जीवन की एक औषधि है। हमें अपने मित्रों से यह आशा रखनी चाहिए कि वे उत्तम संकल्पों से हमें दृढ़ करेंगे, दोषों और त्रुटियों से हमें बचाएँगे, हमारे सत्य, पवित्रता और मर्यादा के प्रेम को पुष्ट करेंगे, जब हम कुमार्ग पर पैर रखेंगे तब वे हमें सचेत करेंगे, जब हम हतोत्साहित होंगे तब वे हमें उत्साहित करेंगे सारांश यह है वि वे हमें उत्तमतापूर्वक जीवन निर्वाह करने में हर प्रकार सहायता देंगे ।

(i) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए ।

(ii) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए

(iii) लेखक ने विश्वासपात्र मित्र की तुलना किससे और क्यों की है ?

अथवा

दूसरी बात, जो इस संबंध में विचारणीय है, वह यह है कि संस्कृति अथवा सामूहिक चेतना ही हमारे देश का प्राण है। इसी नैतिक चेतना के सूत्र से हमारे नगर और ग्राम, हमारे प्रदेश और सम्प्रदाय, हमारे विभिन्न वर्ग और जातियाँ आपस में बँधी हुई हैं, वहाँ उन सब में एकता है । इसी बात को ठीक तरह से पहचान लेने से बापू ने जनसाधारण को बुद्धिजीवियों के नेतृत्व में क्रान्ति करने के लिए तत्पर करने के लिए इसी नैतिक चेतना का सहारा लिया था । अहिंसा, सेवा और त्याग की बातों से जनसाधारण का हृदय इसीलिए आंदोलित हो उठा; क्योंकि उन्हीं से तो वह शताब्दियों से प्रभावित और प्रेरित रहा।

(i) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए ।

(ii) गद्यांश के रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।

(iii) जनसाधारण का हृदय किन बातों से आंदोलित हो उठा और क्यों ?

2 . निम्नलिखित में से किसी एक पद्यांश पर आधारित सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए : 2+2+2=6

ऊधौ मन न भए दस बीस ।
एक हुतौ सो गयौ स्याम सँग,
को अवराधे ईस ।।
इंद्री सिथिल भई सव बिनु,
ज्यों देही बिनु सीस
आसा लागि रहति तन स्वासा,
जीवहिं कोटि बरीस ।।
तुम तौ सखा स्याम सुन्दर के,
सकल जोग के ईस ।
सूर हमारे नंदनंदन बिनु,
और नहीं जगदीस ||

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प्रसंग–प्रस्तुत पक्तियों भ्रमर-गीत प्रसंग का एक सरस अंश है। श्रीकृष्ण के मथुरा चले जाने पर गोपियाँ अत्यधिक व्याकुल हैं। उद्धव जी गोपियों को योग का सन्देश देने मथुरा से गोकुल आये हैं। गोपियाँ योग की शिक्षा ग्रहण करने में अपने आप को असमर्थ बताती हैं और अपनी मनोव्यथा को उद्धव के समक्ष अपने ढंग से व्यक्त करती हैं।

व्याख्या – यहाँ पर गोपियाँ उद्धव जी से कहती हैं कि हे उद्धव! हमारे पास दस-बीस मन नहीं हैं। सभी लोगों की तरह हमारे पास भी एक मन था और वह भी श्रीकृष्ण के साथ चला गया है, अत: हम मन के बिना तुम्हारे बताये गये निर्गुण ब्रह्म की आराधना कैसे करें? अर्थात् बिना मन के ब्रह्म की आराधना सम्भव नहीं है । श्रीकृष्ण के बिना हमारी सारी इन्द्रियाँ निष्क्रिय हो गयी हैं, और हमारी दशा बिना सिर के प्राणी जैसी हो गयी है । हम कृष्ण के बिना मृतवत् हो गयी हैं । हमारी श्वास केवल इस आशा में चल रही है कि श्रीकृष्ण मथुरा से कभी न कभी अवश्य लौटेंगे और हमें उनके दर्शन प्राप्त हो जाएँगे । श्रीकृष्ण के लौटने की आशा के सहारे तो हम करोड़ों वर्षों तक जीवित रह लेंगी । गोपियाँ उद्धव से कहती हैं कि हे उद्धव! तुम तो कृष्ण के अभिन्न मित्र हो और सम्पूर्ण योग-विद्या तथा मिलन के उपायों के ज्ञाता हो । यदि तुम चाहो तो हमारा योग (मिलन) अवश्य करा सकते हो। सूरदास जी कहते हैं कि गोपियाँ उद्धव से कह रही हैं कि हम तुम्हें यह स्पष्ट बता देना चाहती हैं कि नन्द जी के पुत्र श्रीकृष्ण को छोड़कर हमारा कोई आराध्य नहीं है। हम तो उन्हीं की परम उपासिका हैं।

काव्यगत सौन्दर्य- (1) प्रस्तुत पद में गोपियों की विरह दशा और श्रीकृष्ण के प्रति उनके एकनिष्ठ प्रेम का मार्मिक वर्णन है।
(2) भाषा-सरल, सरस और मधुर ब्रज।
(3) शैली–उक्ति वैचित्र्यपूर्ण मुक्तक।
(4) छन्द-गेय पद।
(5) रस-श्रृंगार रस (वियोग)।
(6) अलंकार-‘सखा स्याम सुन्दर के’ में अनुप्रास ‘जोग’ में श्लेष तथा ‘ज्यौं देही बिनु सीस’ में उपमा (7) गुण-माधुर्य। (8) शब्दशक्ति–व्यंजना।
(9) इन्द्रियाँ दस होती हैं— पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ– ⦁ नासिका ⦁ रसना ⦁ नेत्र ⦁ त्वचा ⦁ श्रवण
पाँच कर्मेन्द्रियाँ– ⦁ हाथ ⦁ पैर ⦁ वाणी ⦁ गुदा ⦁ लिंग

Up Board Solution For Class 11 hindi gady ka itihas

(i) उपर्युक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए

उत्तर – प्रसंग–प्रस्तुत पक्तियों भ्रमर-गीत प्रसंग का एक सरस अंश है। श्रीकृष्ण के मथुरा चले जाने पर गोपियाँ अत्यधिक व्याकुल हैं। उद्धव जी गोपियों को योग का सन्देश देने मथुरा से गोकुल आये हैं। गोपियाँ योग की शिक्षा ग्रहण करने में अपने आप को असमर्थ बताती हैं और अपनी मनोव्यथा को उद्धव के समक्ष अपने ढंग से व्यक्त करती हैं।

(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए ।

(iii) “इंद्री सिथिल भई केसव बिनु, ज्यों देही बिनु सीस ।”
उपर्युक्त पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार का नाम लिखिए ।

अथवा

विषुवत् रेखा का वासी जो,

जीता है नित हॉफ हाँफ कर ।

रखता है अनुराग अलौकिक,

वह भी अपनी मातृभूमि पर ।।

ध्रुव वासी जो हिम में तम में,

जी लेता है कॉप-काँप कर ।

वह भी अपनी मातृ-भूमि पर,

कर देता है प्राण निछावर ।।

(i) उपर्युक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए ।

(ii) विषुवत रेखा का वासी कैसा जीवन व्यतीत करता है ? उपर्युक्त पद्यांश के आधार पर लिखिए ।

(iii) रेखांकित अंश ‘अनुराग अलौकिक’ तथा ‘हिम में तम में’ में कौन-सा अलंकार है ? –

3 . निम्नलिखित में से किसी एक संस्कृत गद्यांश का संदर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए 2+3= 5

वाराणसी सुविख्याता प्राचीना नगरी । इयं विमलसलिलतरङ्गायाः गङ्गायाः कूले स्थिता अस्याः घट्टानां वलयाकृतिः पंक्तिः धवलायां चन्द्रिकायां बहु राजते । अगणिताः पर्यटकाः सुदूरेभ्यः देशेभ्यः नित्यम् अत्र आयान्ति, अस्याः घट्टानाञ्च शोभां विलोक्य इमां बहु प्रशंसन्ति ।
अथवा

मानव जीवनस्य संस्करणं संस्कृतिः अस्माकं पूर्वजाः मानवजीवन संस्कर्तुं महान्तं प्रयत्नम् अकुर्वन् ते अस्माकं जीवनस्य संस्करणाय यान् आचारान् च अदर्शयन् तत् सर्वम् अस्माकं संस्कृतिः ।

4- निम्नलिखित में से किसी एक संस्कृत पद्यांश का संदर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए । 2+3= 5

अपदो दूरगामी च साक्षरो न च पण्डितः ।
अमुखः स्फुटवक्ता च यो जानाति स पण्डितः ।

अथवा

मानं हित्वा प्रियो भवति क्रोधं हित्वा न शोचति ।
कामं हित्वार्थवान् भवति लोभं हित्वा सुखी भावेत् ।।

5 . अपने पठित खण्डकाव्य के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक का उत्तर दीजिए :1 × 3 = 3

(क) (i) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के आधार पर गाँधीजी का चरित्र-चित्रण कीजिए ।

(ii) ‘मुक्तिदूत’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।

(ख) (i) ‘ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य का कथानक संक्षेप में लिखिए ।

(ii) ‘ज्योति जवाहर’ खण्डकाव्य के नायक का चरित्र चित्रण कीजिए ।

(ग) (i) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के आधार पर ‘श्रीकृष्ण’ का चरित्र चित्रण कीजिए

(ii) ‘अग्रपूजा’ खण्डकाव्य के द्वितीय सर्ग की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।

(घ) (i) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के नायक महाराणा प्रताप का चरित्र-चित्रण कीजिए ।

(ii) ‘मेवाड़ मुकुट’ खण्डकाव्य के पंचम सर्ग की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।

(ङ) (i) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के आधार पर उसके नायक का चरित्र चित्रण कीजिए ।

(ii) ‘जय सुभाष’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग का कथानक संक्षेप में लिखिए ।

(च) (i) ‘मातृभूमि के लिए’ खण्डकाव्य के नायक का चरित्र-चित्रण कीजिए ।

(ii) ‘मातृभूमि के लिए’ खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।

(छ) (i) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य के आधार पर कर्ण का चरित्र-चित्रण कीजिए ।

(ii) ‘कर्ण’ खण्डकाव्य के तृतीय सर्ग का कथानक संक्षेप में लिखिए ।

(ज) (i) ‘कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य के आधार पर कैकेयी का चरित्र चित्रण कीजिए ।

(ii) ‘कर्मवीर भरत’ खण्डकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए ।

(झ) (i) ‘तुमुल’ खण्डकाव्य के आधार पर मेघनाद का चरित्र-चित्रण कीजिए ।

(ii) ‘तुमुल’ खण्डकाव्य का कथानक संक्षेप में लिखिए ।

6 . (क) दिए गए लेखकों में से किसी एक लेखक का जीवन परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए: 3+2=5

(i) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल

(ii) जयशंकर प्रसाद

(iii) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद

(ख) दिए गए कवियों में से किसी एक कवि का जीवन परिचय देते हुए उनकी एक प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए: 3+2=5

(i) महाकवि सूरदास

(ii) बिहारीलाल

(iii) महादेवी वर्मा

(iv) श्यामनारायण पाण्डेय ।

7 . अपनी पाठ्यपुस्तक में से कण्ठस्थ कोई एक श्लोक लिखिए जो इस प्रश्नपत्र में न आया हो ।

8 . निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में दीजिए । 2+2=4

(i) कुत्र मरणं मङ्गलं भवति ?

(ii) पुरुराजः केन सह युद्धम् अकरोत् ?

(iii) ज्ञानं कुत्र सम्भवति ?

(iv) अस्माकं संस्कृतेः कः नियमः ?

9- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबन्ध लिखिए (शब्द सीमा 150-200 ) .. 9

(i) विज्ञान वरदान या अभिशाप ।

(ii) बेरोजगारी की समस्या और समाधान ।

(iii) जल है, तो कल है ।

(iv) विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व ।

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